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Original | Translated |
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इतिहास | History |
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काबुल | |
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%85%E0%A4%AB%E0%A4%BC%E0%A4%97%E0%A4%BC%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%A8 | |
काबुल अफगानिस्तान का सबसे बड़ा शहर और राजधानी है। | |
यह अफगानिस्तान का आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र भी है। | |
यह शहर समुद्र तल से 1800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। | |
काबुल सफेद खो पहाड़ी और |
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यह पर्यटन की दृष्टि से मध्य एशिया का एक महत्पपूर्ण केंद्र माना जाता है। | |
यहां कई प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। | |
जिसमें अफगान नेशनल म्यूजियम, दारुल अमन पैलेस, बाग-ए-बाबर, ईदगाह मस्जिद, ओमर माइन म्यूजियम यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल है। | |
इस शहर का इतिहास 3000 वर्ष पुराना है। | |
इस दौरान यहां बाला भुरटा शासक वंशों का शासन रहा। | |
अपने सामरिक के कारण यह हमेशा मध्य एशिया का एक प्रमुख केंद्र बना रहा। | |
ईसा पूर्व 323 ईसवी से यहां पर मौर्य वंश के कई शासकों का शासन रहा जो कि 184 वर्ष तक रहा 1504 ई. में इस पर |
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https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%AC%E0%A4%B0 | |
1526 ई. में |
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https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4 | |
1776 ई. में तैमूरा शाह दुर्रानी ने इसे अफगानिस्तान की राजधानी बनाया। | |
आकर्षण | |
अफगान नेशनल म्यूजियम | |
इसे काबुल म्यूजियम भी कहा जाता है। | |
यह ऐतिहासिक दो मंजिला इमारत काबुल में स्थित है। | |
इस म्यूजियम को मध्य एशिया का सबसे समृद्ध संग्रहालय माना जाता है। | |
यहां कई सहस्राब्दिक पूर्व के लगभग एक लाख दुलर्भ वस्तुओं का संग्रह है। | |
इस म्यूजियम की स्थापना 1920 ई. में हुई थी। | |
1973 ई. में एक |
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https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%A1%E0%A4%9A | |
लेकिन राजनीतिक अस्थिरता के कारण यह योजना पूर्ण न हो सकी। | |
1996 ई. में |
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https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A8_%E0%A4%86%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A4%A8 | |
इस म्यूजियम को पुन: अपने वास्तविक रूप में लाने के लिए अंर्तराष्ट्रीय समुदाय ने 2003 ई. में 350000 अमेरिकी डालर का सहयोग दिया। | |
विदेशी सहायता से बने नए इस संग्रहालय का उदघाटन 29 सितंबर 2004 ई. को किया गया। | |
इस संग्रहालय में कुषाण काल से सम्बन्धित विभिन्न बौद्ध स्मृति चिन्हों का अच्छा संग्रह है। | |
इसके अलावा यहां इस्लाम धर्म के प्रारंभिक काल से संबंद्ध दस्तावेजों का संग्रह भी है। | |
दारुल अमन पैलेस | |
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%9A%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0:Children_of_Kabul,_Afghanistan.jpg | |
https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/0/01/Children_of_Kabul%2C_Afghanistan.jpg/280px-Children_of_Kabul%2C_Afghanistan.jpg | |
काबुल की सड़कों पर भाई-बहन | |
यह यूरोपियन शैली में बना हुआ महल है जो काबुल से 10 मील की दूरी पर स्थित है। | |
दारुल अमन पैलेस का निर्माण 1920 ई. में सुधारवादी राजा अमानुल्लाह खान ने करवाया था। | |
यह भवन एक पहाड़ी पर बना हुआ है। | |
यहां से पूरी घाटी का सुंदर नजारा दिखा जा सकता है। | |
इस इमारत का निर्माण अफगानिस्तान की संसद के लिए करवाया गया था। | |
लेकिन अमानुल्लाह के शासन से हटने के बाद यह इमारत कई वर्षों तक बिना उपयोग के पड़ी रहा। | |
1969 ई. में इस इमारत में आग लग गई। | |
1970 तथा 80 के दशक में इस इमारत को रक्षा मंत्रालय द्वारा उपयोग किया गया। | |
वर्तमान में इस इमारत का उपयोग नाटो सेनाओं द्वारा किया जा रहा है। | |
अफगानिस्तान की वर्तमान सरकार इस इमारत को नया रूप देकर संसद भवन के रूप में तब्दील करने वाली है। | |
ईदगाह मस्जिद | |
यह अफगानिस्तान की दूसरी सबसे बड़ी मस्जिद है। | |
इस मस्जिद में एक साथ 20 लाख लोग नमाज अदा करते हैं। | |
इस मस्जिद का निर्माण 1893 ई. के आस-पास यहां के तात्कालीक शासक अब्दुर रहमान खान ने करवाया था। | |
यह काबुल के शहर बराक क्षेत्र में स्थित है। | |
इस मस्जिद का अफगानिस्तान की राजनीति पर व्यापक प्रभाव है। | |
बाला हिसार | |
यह अफगानिस्तान का प्राचीन किला है। | |
इस किले का निर्माण 5वीं शताब्दी ई. पू. के आस-पास हुआ था। | |
बाला हिसार वर्तमान काबुल शहर के दक्षिण में खुह-ए-शेरदरवाज पहाड़ी के पास स्थित है। | |
यह किला मूल रूप से दो भागों में विभक्त था। | |
किले के निचले भाग में बैरक तथा तीन राजकीय भवन थे। | |
जबकि ऊपरी भाग में शस्त्रागार तथा कारागार था। | |
इस कारागार को काला गढा के नाम से जाना जाता था। | |
काबुल सिटी सेंटर | |
यह अफगानिस्तान का पहला आधुनिक मॉल है। | |
इसका उदघाटन 2005 ई. को किया गया। | |
यह नौ मंजिला मॉल काबुल के निचले हिस्से में स्थित है। | |
बाग-ए-बाबर | |
यह काबुल आने वाले पर्यटकों का सबसे पसंदीदा स्थान है। | |
इसी बाग में प्रथम मुगल बादशाह बाबर की कब्र है। | |
यह बाग कई बगीचों को मिलाकर बनाया गया है। | |
इस बाग की बाहरी दीवार का पुनर्निर्माण 2005 ई. में पुरानी शैली में ही किया गया था। | |
इस दीवार को 1992-96 ई. में युद्ध के दौरान क्षति पहुंची थी। | |
यह बाग काबुल के चेचलस्टन क्षेत्र में स्थित है। | |
बाबर की मृत्यु के बाद उन्हें आगरा में दफनाया गया था। | |
लेकिन बाबर की यह इच्छा थी कि उन्हें काबुल में दफनाया जा। | |
इस कारण उनकी इच्छानुसार उन्हें काबुल लाकर इस बाग में दफनाया गया। | |
इसी बाग की प्रेरणा से भारत में मुगल बादशाहों ने कई बागों का निर्माण करवाया। | |
काबुल चिडियाघर | |
यह चिड़ियाघर काबुल नदी के तट पर स्थित है। | |
इस चिडियाघर को 1967 ई. में आम लोगों के लिए खोला गया था। | |
इस चिडियाघर में 116 जानवर हैं। | |
इन जानवरों की देखभाल के लिए यहां 60 कर्मचारी कार्यरत हैं। | |
समय: सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक, प्रतिदिन। | |
शुल्क: अफगानियों के लिए 10 अफगानी मुद्रा तथा विदेशियों के लिए 100 अफगानी मुद्रा। | |
ओमर माइन म्यूजियम | |
यह अपने आप में एक अनोखा म्यूजियम है। | |
इस म्यूजियम में प्रसिद्ध कलाकृतियों या हस्तशिल्पों को नहीं बल्कि विभिन्न प्रकार के बमों को देखा जा सकता है। | |
इस म्यूजियम में पर्यटक उन सभी प्रकार के हथियारों को देख सकते हैं, जिनका उपयोग यहां होने वाले युद्धों में किया गया है। | |
इस म्यूजियम को घूमने के लिए पहले से अनुमति लेनी होती है। | |
पघमान गार्डन | |
यह गार्डन काबुल में छुट्टियां बिताने के लिए सबसे खूबसूरत स्थल है। | |
यहां लोग अपने मित्रों तथा संबंधियों के साथ छुट्टियां बिताने आते हैं। | |
इस गार्डन का निर्माण 1927-28 ई. में बादशाह अमानुल्लाह ने करवाया था। | |
इसके अलावा हाजी अब्दुल रहमान मस्जिद, पुल-ए किस्ती मस्जिद, ओरघा झील, बाग-ए-जनाना, बाग-ए-बाला आदि भी दर्शनीय है। |